15 पर उन हां पंचायत के बायरें जाबे कौ हुकम देके, बे आपस में सोस विचार करन लगे।
परन्त मैं तुमन से कैत हों, कि जौन कोनऊ अपने भईया पे खुन्सयाबे, ऊहां कचहरी में सजा मिल है: और जो कोऊ अपने भईया हां निकम्मो कै है बो पंचायट में दोषी ठहर है; और जो कोऊ कैबे “अरे मूरख” बो नरक की आगी के दण्ड के जोग हुईये।
ऊ मान्स हां जौन साजो भओ हतो, उन के संग्गै ठांड़ो तक के, बे विरोद में कछु न कै सके।