जब बो उन से जे बातें कैई रओ हतो, तो हेरो, प्रार्थनाघर कौ एक हाकिम आओ और ऊहां परनाम कर के कहन लगो, मोरी बिटिया अबई मरी आय; चल के अपनो हाथ ऊपे धर दे, तो बा जिन्दा हो जै है।
तब पतरस ने सबरन हां बायरें कर दओ, और घुटने टेक के बिन्तवाई करी; और लोथ कुदाऊं तक के कओ; हे तबीता उठ: तब ऊ ने अपनी आंखें खोल दईं; और पतरस हां तक के उठ बैठी।
और परमेसुर ने मण्डली में अलग अलग मान्स राखे आंय; पेंला प्रेरित, दूजे अगमवकता, फिन गुरूजन, फिन अचरज के काम करबेवारे, फिन साजो करबेवारे, और भलाई करबेवारे, और मुखिया, और बिलात भांत की भाषा बोलबेवारे।