मालक ने ऊ अधरमी भण्डारी हां सराहो कि ऊ ने चतुराई से काम करो आय; कायसे ई संसार के मान्स अपनी बेरा के मान्सन के संग्गै रीत व्यवहारों में ज्योत के मान्सन से ज्यादा चतुर आंय।
जब भुनसारो होबे वालो हतो, तो पौलुस ने जौ कै कें, सब हां खाबे के लाने समझाओ, आज चौदह दिना हो गए आंय, जब से तुम आस तकत तकत भूखे रए, और तुम ने कछु नईं खाओ।