29 तब ई डर से की कहूं चट्टान से न जा टकराएं, जहाज के पिछले हिस्सा से चार लंगर डाले, औरभुनसारे होबे की बाट जोहन लगे।
फिर ढीमरन ने डोंगी हां उठाओ, और जहाज हां खालें से ऊ परै लौ गिरमा से बांधो, और सुरतिस टापू के उथली जांगा में फंस जाबे के डर से पाल उतार के बहत चले गए।
ओई आस पे हम कर्रे के बिसवास धरें आय, कायसे बा आस अबै मानो परदा के पांछे होबे।
जब ढीमर जहाज से भगबे की कोसिस कर रए हते, और अगले हिस्सा से लंगर डालबे के बहाने से डोंगी हां समुन्दर में उतार चुके हते।
पर कोऊ टापू पे हमाओ जहाज जरूर जा टिक है।
थाह लेबे पे उन ने सेंतीस मीटर गहरो पाओ और तनक आंगू बढ़के उन ने फिर थांह लई, तो छब्बीस मीटर गहरो पाओ।