25 ई लाने हे भईया हरौ, हिम्मत धरो; कायसे मैं परमेसुर पे भरोसा करत हौ, की जैसो मोसे कहो गओ आय, वैसई हुईये।
धन्न आय, बो जीने बिसवास करो, कि जो बातें पिरभु कुदाऊं से कई गईं आंय, बे पूरी हुईयें।
पर सूबेदार ने पौलुस के कहबे की जांगा जहाज के चलाबेवाले और मुखिया की बातन की कोद ज्यादा ध्यान दओ।
ईसे उन सब हां हिम्मत मिली और उन ने भी रोटी खाई।
ऐई से मैं जे दुख उठा रओ आंव, और लजात नईंयां, कायसे मैंने जिन पै बिसवास धरो आय उन हां जानत आंव; और मोहां पक्को आय, कि जौन जीवन मैंने उन हां दे दओ आय ऊहां साजो धरे रै हैं।