जब बे बिना खाए पिए बिलात दिना बिता चुके, तब पौलुस ने उन के बीच ठांड़े होकें कई; हे भईया हरौ, सही होतो, की तुम मोरो कहबो मानते, और क्रेते से नईं चलते, तब न तो जा विपदा आती और न जा हानि उठानी पड़ती।
बिसवास धर के नूह ने जौन बात ऊ बेरा न दिखात हती, जब कहो गओ तो साजे मन से अपने घर के लोगन हां बचाबे हां एक बड़ी नाव बनाई, और संसार के दूसरे जनों पै न्याय आ गओ और बे डूब मरे; और नूह हां अपने बिसवास से आसीस मिली।