32 अग्रिप्पा ने फेस्तुस से कई; अगर ई मान्स ने कैसर से अपील न करी होती, तो जौ छोड़ दओ जातो।
जब दो साल बीत गए, तो फेलिक्स की जांगा पे पुरकियुस फेस्तुस हां ठहराओ गओ, और फेलिक्स यहूदियन हां खुस करबे की मनसा से पौलुस हां हिरासत में ही छोड़ गओ।
पर मैंने जान लओ, कि ईने मृत्यु दण्ड के लाक कछु नईं करो हतो; और ई लाने की ईने खुद महाराजाधिराज से अपील करी आय, तो मैंने ईहां पठैय देबे कौ फैसला करो।
उन ने पूंछ तांछ करबे के पाछें, मोय छोड़ दैबो चाहो, कायसे मोय मृत्युदण्ड दए जाबे की कोऊ बात नईं हती।
पर जब यहूदियन ने बिरोध करो, तो मोय कैसर से अपील करने पड़ी, पर जौ नईं, की मोय अपनी जात पर कोऊ दोस लगाने हतो।
पर पिरभु ने ऊसे कओ, तें चलो जा; कायसे बो दूसरी जातवारन के लाने और राजाओं, और इस्राएलियन के सामूं मोरो नाओं परचार करबे और उजागर करबे हां मोरो नबेरो भओ जन आय।