3 हम जा बात हर तरहां से और हर जांगा धन्य कहके मानत आंय।
ई लाने हे बड़े जसवाले थियुफिलुस, मोय भी सई लगो, कि उन सबरी बातन कौ सबरो हाल, शुरू से एन जांच पड़ताल कर के उन हां तोरे लाने एक के पाछें एक लिखों।
राज्यपाल फैलिक्स के ऐंगर पौलुस हां साजी तरहां लै जाबे के लाने घुड़वन की सवारी कौ भी इंतजाम करो।
महाराज राज्यपाल फेलिक्स हां क्लौदियुस लुसियास कौ नमस्कार।
जब घुड़सवार कैसरिया पोंचे, तो उन ने राज्यपाल हां पाती दई: और पौलुस हां भी ऊके आंगू हाजिर करो।
जब पौलुस हां टेरो गओ, तो तिरतुल्लुस ऊ पे दोस लगात भओ राज्यपाल से कहन लगो, कि, “महाराज फेलिक्स तोरे राज में हमाए देस में बड़ी सान्ति आय; और तोरी दूरन्दाजी से देस में बिलात काज कराए जा रए आंय।
अब मैं तोरो और बिलात बेरा नास नईं करके तोय से बिनती करत आंव, की दया करके हम हां तनक सुनवाई कौ मौका दे।
पर पौलुस ने कई; महाराज फेस्तुस, मैं पगला नईं आंव, पर सांची और गूढ़ बातें करत आंव।