7 जब हम ने सूर से पानू कौ दौरा पूरो कर लओ तो पतुलिमयुस पोंचे, और भाईयन कौ प्रेम हेर के एक दिना उन के संग्गै रए।
और जदि तुम अपने भईयन हां परनाम करत आव, तो कोऊ बड़ो काम नईं करत आव? का गैर जात भी ऐसई नईं करत?
और उनई दिना में पतरस भईयन के संग्गै जौन एक सौ बीस के लगभग इकट्ठे जुड़े हते, ठांड़ो होकें कैन लगो।
बो सूर और सैदा के लोगन से बिलात गुस्सा हतो; बे एक मन होकें ऊके ऐंगर आए और राजमहल के हाकिम बलास्तुस हां मनाके मेल करबो चाहो; कायसे राजा के देस से उन के देस की रोटी चलत हती।
तब बो इफिसुस से जहाज से चलो गओ, जब बो कैसरिया में उतरो, तो ऊ ने ऊ परै जाके मण्डली से भेंट करी, और फिन से खालें आके अन्ताकिया हां चलो गओ।
जब हम हां रहत भए कछु दिना हो गए, तो यहूदिया से अगबुस नाओं कौ एक आगमवक्ता उते आओ।
जब हम यरूशलेम पहुंचे, तो भाईयन ने हम हां बड़ी खुसी के संग्गै ठहराओ।
उन कौ सत्कार करके, ऊ ने एक एक करके बे काज बताए, जौन परमेसुर ने ऊ की सेवा से गैर यहूदियन में करे हते।
जब हम हां कुप्रुस दिखनो, तो ऊहां बांई कोद छोड़के, सूरिया की कोद बढ़े और सूर में जा उतरे; कायसे उते जहाज को माल उतरने हतो।
जब बिलात दिना बीत गए तो राजा अग्रिप्पा और बिरनीके ने कैसरिया आके फेस्तुस से भेंट करी।
फिन सुरकूसा में लंगर डालके हम तीन दिना लौ रुके रए।
अपने सबरे गुरु जनों और सबरे बिसवासियन हां नमस्कार कईयो, इतालियावारे तुम हां नमस्कार कैत आंय।