पौलुस ने जा ठानी हती की इफिसुस में रुके बिना आंगू बढ़ जाबें, की ऊहां आसिया में बिलात दिना न ठैरबो पड़े; कायसे बो जल्दी में हतो, की अगर हो सके, तो पिन्तेकुस्त के दिना ही यरूशलेम पोंच जाबें।
तुम हां पता आय कि पैली बेरा हम फिलिप्पी में गए, तो कैसो दुख और परेसानी हम पे पड़ी, परन्त परमेसुर ने हम हां ऐसी हिम्मत दई, कि हम परमेसुर की बातें बिरोध में सोई सुनात रएं।