ऊके बाद अजबूक के मोंड़ा नहेम्याह ने जो बेतसूर के आधे जिले कौ हाकम हतो, दाऊद के कब्रिस्तान के सामूं लौ और बनाए भए पोखरे लौ, बल्कि बीरों के घरन लौ मरम्मत करी।
ई बात की गवाही महापुरोहित और सियानन की बैठक दे सकत आय; मैंने भाईयन के नाओं पाती लई और ई मतलब से दमिश्क हां चलो, कि उते के लोगन हां बन्दी बना के दण्ड दिलाबे यरूशलेम लै जाओं।
इन बातन हां राजा खुद जानत आय, जीके आंगू मैं बिना हिचक के बोल रओ आंव, मोय पूरो भरोसा आय, की इन में से कोई बात नईंयां, जौन उन से छुपी होबै, कायसे जा बात कोऊ कोने में नईं भई।