और ऊ ने दुख पीड़ा झेलबे के पाछें बिलात पक्के सबूतों से उन हां अपने आप हां जीयत दिखाओ, और चालीस दिना लौ उन हां दिखाई देत रओ: और परमेसुर के राज की बातें करत रओ।
तब पौलुस और बरनाबास ने जोर देके कई, जौ जरूरी हतो, की परमेसुर कौ बोल पेंला से तुम हां सुनाओ जातो: पर ई लाने की तुम ऊ को नईं मानत आव, और अपने आपई हां अनन्त जीवन के लाने नईं ठहरात आव, तो हेरो, हम गैर यहूदियन की कोद जात आंय।
फिन ऐसो भओ कि इकुनियुम में बे संगै संगै यहूदियन के प्रार्थनाघर में गए, और उन ने ई ढंग से बतकाव करो, कि यहूदियन और यूनानियन दौनऊ में से बिलात लोगन ने भरोसा करो।
बो प्रार्थनाघर में बिना भय के बोलन लगो, पर जब प्रिस्किल्ला और अक्विला ने ऊ की सुनी, तो उन ने ऊहां एक कोद लै जाके, परमेसुर की गैल के बारे में और भी सही सही समझाओ।
पर जब कछु लोगन ने कड़ो होकें ऊ की नईं मानी और भीड़ के आंगू ई धरम हां भलो बुरो कहन लगे, तो बो चेलन हां लैके उन से अलग हो गओ, और तुरन्नुस की पाठशाला में रोजीना बतकाव करत रओ।
तब ऊके लाने एक दिना ठहराओ गओ, और बिलात जनें ऊ की रहबे की जांगा पे आए, ऊ ने परमेसुर के राज्य के बारे में सोचत भए, गवाही देके उनहां समझाओ, और भुनसारे से संजा लौ मूसा की रीति और आगमवक्तन की पोथियन से यीशु के बारे में उनहां समझाबे की कोसिस करत रहो।
प्यारे जनो, मैंने जब तुम हां मुक्ति जौन हम सबन हां मिली ईके बारे में खुलके लिखो, तो मैंने सोची के जिन बातन पै तुमने बिसवास करो आय खुल के लिखो, कि तुम ऊ बिसवास की बातन हां मानो।