6 जब पौलुस ने उन पे अपनो हाथ धरो, बे तरह तरह की बोली बोलन लगे और अगमबाणी करन लगे।
और बिसवास करबे वालन में जे निसानी हुईयें कि बे मोरे नाओं से बुरई आत्मन हां निकाल हैं।
जे सब करीब बारह मन्सेलू हते।
और बे सबरे पवित्तर आत्मा से भर गए, और जौन भांत पवित्तर आत्मा ने उन हां बोलबे की समझ दई, बे औरें दूसरी दूसरी भाषा बोलन लगे।
इन हां प्रेरितन के सामूं ठांड़ो करो और उन ने बिन्तवाई कर के उन पे हाथ धरे।
तब हनन्याह उठ के ऊ घर में गओ, और ऊ पे अपनो हाथ धर के कओ, हे भाई शाऊ ल, पिरभु याने कि यीशु, जौन ऊ गैल में, जीसे तें आओ आय तोहां दिखाई दओ हतो, ओई ने मोय पठैओ आय, कि तें फिन के तकन लगै और पवित्तर आत्मा से भरपूर हो जाबै।
कोई बिसवासी पै झट्टई हाथ न धरियो और दूसरन के पाप में संग्गी न हुईयो: अपने हां साजो बनाए राखियो।
ऐई से मैं तोहां सोई कैत आंव, कि जौन बरदान तोहां मोरे हाथ धरे से मिलो आय ऊहां और उजयार दे।