यहूदियन ने आपस में कई, जौ किते जाहै, कि हम ऊहां न पाहैं? का बो उन के ऐंगर जाहै, जो यूनानियन में तितर-बितर होकें रहत आंय, और का यूनानियन हां भी सीख दै है?
फिन ऐसो भओ कि इकुनियुम में बे संगै संगै यहूदियन के प्रार्थनाघर में गए, और उन ने ई ढंग से बतकाव करो, कि यहूदियन और यूनानियन दौनऊ में से बिलात लोगन ने भरोसा करो।
जे लोग थिस्सलुनीके मान्सन से बिलात साजे हते, कायसे उन ने बड़ी लगन से बचन हां मान लओ, और रोजीना पवित्र पोथी में से खोज बीन करत रए, की हेरें जे बातें ऐंसई आंय कि नईंयां।
और तुम हेरत और सुनत आव, की न केवल इफिसुस में, बल्कि करीब सबरे आसिया में ई पौलुस ने बिलात लोगन हां समझा बुझाके और जौ कहके बहका दओ आय, की जा तो हाथन की कारीगरी आय, बो परमेसुर नईंयां।
तब ऊके लाने एक दिना ठहराओ गओ, और बिलात जनें ऊ की रहबे की जांगा पे आए, ऊ ने परमेसुर के राज्य के बारे में सोचत भए, गवाही देके उनहां समझाओ, और भुनसारे से संजा लौ मूसा की रीति और आगमवक्तन की पोथियन से यीशु के बारे में उनहां समझाबे की कोसिस करत रहो।