16 और ऊ ने उनहां न्याय गद्दी के आंगू से भगा दओ।
और जब बो न्याव करबे गद्दी पे बैठो हतो तो ऊकी घरवारी ने ऊहां कहला पठैव, कि ई धर्मी मान्स के मामले में हाथ न डारियो; कायसे आज रात मैं ने सपने में ऊके काजें बिलात दुख उठाओ आय।
तब सब लोगन ने प्रार्थना घर के मुखिया सोस्थिनेस हां पकड़ लओ और ऊहां न्याय गद्दी के आंगू पीटन लगे, पर गल्लियो ने इन बातन की कछु भी चिन्ता नईं करी।
परन्त धरती ने ऊ बईयर हां सम्भालो, और बो नदिया हां जौन अजगर के मों से कड़ी हती, ऊहां पी लओ।