16 जब हम बिनती करबे की जांगह जा रए हते, तो हम हां एक चाकरनी मिली जीमें भविष्य की बातें बताबेवाली आत्मा हती; बो शकुन सोचबे से अपने मालकन के लाने बिलात रुपईया कमा लात हती।
सब्त के दिना हम नगर के फाटक के बायरें नदिया के किनारे, जौ समझ के गए, कि उते प्रार्थना करबे की कोऊ जांगा हुईये; और हम बैठके उन बईयरन से बतकाओ करन लगे, जौन उते जमा हतीं।
बो बिलात दिना लौ ऐंसई करत रई, पर पौलुस बिलात गुस्सा भओ, और ऊ ने मुड़के ऊ आत्मा से कई, मैं तोय यीशु मसीह के नाओं से हुकम देत आंव, की ऊ में से कड़ जा और बो ओई बेरा ऊ में से कड़ गई।
कायसे रुपईया कौ लोभ सब परकार की बुराईयन की जड़ आय, जीहां पाबे की कोसिस करत भए कितेक जनें बिसवास की गैल से भटक के अपने आप हां बिलात परकार के दुखों से छलनी कर लओ आय।
जैसे यन्नेस और यम्ब्रेस ने मूसा की बात नईं मानी ऊंसई बे सोई सांची बातों को बिरोध करत आंय: उनकी मति बिगड़ गई और बे बिसवास करबेवारी साजी बातन हां बिलकुल नईं मानत।
बे लालच में आके लबरी बातें बना हैं और तुम हां अपने फायदा कौ कारन बना हैं, दण्ड़ कौ हुकम जो उन पे पेंला से हो चुको आय, और ऊके आबे में देर नईंयां, उन कौ नास झट्टई होबेवारो आय।