14 और लुदिया नाओं की थुआथीरा नगर की एक बईयर सुन रई हती, बो बैंजनी उन्ना बेचबेवाली और परमेसुर की भक्त हती, प्रभु ने ऊ को मन खोलो, कि बो पौलुस के बतकाओ पे ध्यान दैबे।
जब प्रार्थना सभा खतम हो गई तो बिलात यहूदी और यहूदी धर्म में आए भए भक्तन में से बिलात लोग पौलुस और बरनाबास के पाछें हो लए; उन ने बतकाव करत भए उन से बिनती करी कि परमेसुर के आसीस में बने रएं।
ऊ उठ के चल दओ, ऊने तको, कूश देश कौ एक मान्स आ रओ आय ऊ खोजा हतो और कूशियों की रानी कन्दाके कौ मन्त्री और खजांची हतो, बो अराधना करबे के लाने यरूशलेम आओ हतो।
कि जो कछु तें हेरत आय, उन सबरी बातन हां एक पोथी में लिख के सातई मण्डली हां पठै दे, जैसे इफीसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थूआतीरा, सरदीस, फिलदेलफिया और लौदीकिया में।
और फिलेदिलफिया की मण्डली के दूत हां ऐसो लिखो, कि, जो पवित्तर और सांचो आय, और जौन दाऊद की कुंजी धरत आय, जीके खोले भय हां कोऊ बन्द नईं कर सकत और बन्द हां खोल नईं सकत, बो ऐसो कैत आय।