3 और पतरस हां सोई पकड़वाबे के लाने आंगू बढ़ो, जे अखमीरी रोटी के दिना हते।
फिन चेले अखमीरी रोटी के त्योहार के पेंले दिना, यीशु के ऐंगर आके पूंछन लगे; तें किते चाहत आय कि हम तोरे लाने फसह की तईयारी करें?
कायसे उन हां परमेसुर की खुसी से मान्सन की खुसी बिलात प्यारी लगत हती।
यीशु ने कई, अगर तोय ऊ परै से नईं दओ जातो, तो तोरो मोय पे कोऊ हक नईं होतो; ई लाने जीने मोय तोरे हाथन सौंपो आय, ऊ को पाप बिलात आय।
मैं तोसे सांची सांची कहत आंव, जब तें जुआन हतो, तो अपनी करयाई बांध के जिते चाहत हतो, उते फिरत हतो; पर जब तें बूढ़ो हुईये, तो अपने हाथ लम्बे कर है, और कोऊ दूसरो तोरी करयाई बांध है और जिते तें नईं चाहे उते तोय ले जै है।
और ऊ ने ऊहां पकड़वा के जेलखाने में डाल दओ, और चार चार सिपाईयन के चार दल हां पहरा पे ई लाने धरो, कि फसह के पाछें ऊहां बायरें मान्सन के सामूं लाओ जाबै।
तब पतरस प्रेरितों के संग्गै ठांड़ो भओ और ऊं ची आवाज में कओ, हे यहूदियो और यरूशलेम के सबरे रैबेवारो, मोरी बातन हां समजो और कान लगा के मोरी बातें सुनो।
अखमीरी रोटी के परब के पाछें हम फिलिप्पी से जहाज से कड़े और पांच दिना में उन के ऐंगर त्रोआस पोंचे, और उते सात दिना लौ रए।
जब दो साल बीत गए, तो फेलिक्स की जांगा पे पुरकियुस फेस्तुस हां ठहराओ गओ, और फेलिक्स यहूदियन हां खुस करबे की मनसा से पौलुस हां हिरासत में ही छोड़ गओ।
तब फेस्तुस ने यहूदियन हां खुस करबे की मनसा से पौलुस से कई, का तें चाहत आय, कि मैं इन दोस कौ न्याव यरूशलेम में करों।
जब उन ने पतरस और यूहन्ना कौ साहस तको, और जौ जानो कि जे अनपढ़े और साधारण मान्स आंय, तो चकित भए; फिन उन हां चीनो, कि बे यीशु के साथ रए आंय।
अबै लौ मैं मान्सन हां खुस करत रओ होतो, तो मैं मसीह को दास नईं होतो।
परन्त जैसो परमेसुर ने हम हां बचन दओ, हम मान्सन हां खुसी नईं परन्त परमेसुर हां खुस करत आंय; परमेसुर जौ जानत आय।