23 तब पतरस ने उन हां भीतर बुला के उन की पहुनाई करी। दूसरे दिना, बो उन के संग्गै गओ; और याफा के बिसवासी जन में से कछु उन के संग्गै हो लए।
और उनई दिना में पतरस भईयन के संग्गै जौन एक सौ बीस के लगभग इकट्ठे जुड़े हते, ठांड़ो होकें कैन लगो।
ई लाने जब मैं बुलाओ गओ; तो बिना कछु कए चलो आओ: अब मैं पूंछत आंव कि मोय की लाने बुलाओ गओ आय?
तब मैंने तुरतऊं तोरे लौ मान्स पठैओ, और तेंने भला करो, कि तें आ गओ: अब हम सबरे इते परमेसुर के सामूं आंय, जीसे जौन कछु परमेसुर ने तोसें कओ आय बो सुनें।
और जितने खतना करे भए बिसवासी पतरस के संग्गै आए हते, बे सब चकरया ग ए कि दूसरी जातवारन पे सोई पवित्तर आत्मा कौ दान उण्डेलो गओ आय।
पवित्र आत्मा ने मोसे कई, कि मैं बेखटके उनके संग्गै जाओं, और जे छै भाईय सोई हमाए संग्गै निंगे; और हम ऊ मान्स के घरै गए।
जब भाईयन ने हमाए बारे में सुनो तो अप्पियुस के चौक और तीन सराए लौ बे हम से मिलबे आए, उनहां हेर के पौलुस हां हिम्मत भई और ऊ ने परमेसुर हां धन्नवाद दओ।
याफा में तबीता जाने के दोरकास नाओं की एक बिसवासिनी रैत हती, बा कुल्ल भले भले काम और दान दओ करत हती।
ई लाने कि लुद्दा याफा के ऐंगर हतो, चेलन ने जौ सुन के कि पतरस उते आय, दो मान्स पठै के ऊसे बिन्तवाई करी, कि हमाए इते आबे हां अबेर न कर।
जा बात सबरे याफा में फैल गई: और बहुतों ने पिरभु पे बिसवास करो।
कायसे जौन बातें पिरभू लौ नईं, अकेले सबरन लौ अच्छी लगत आंय हम उनईं के लाने सोचत आंय।
कोऊ बाहर से आबै तो अपने घर में रोटी खिलाईयो, कायसे ऐसो करके कछु जन ने बिना जाने सरगदूतन हां खिलाओ आय।
बिना कुड़कुड़ाए एक दूजे कौ अतिथी सत्कार करो।