3 और ऊ ने दुख पीड़ा झेलबे के पाछें बिलात पक्के सबूतों से उन हां अपने आप हां जीयत दिखाओ, और चालीस दिना लौ उन हां दिखाई देत रओ: और परमेसुर के राज की बातें करत रओ।
जौ प्रभु की कोद से भओ, और हमाई नजर में बो अजूबा आय, ई लाने मैं तुम से कहत आंव, कि परमेसुर कौ राज्य तुम से लै लओ जै है; और ऐसी जात हां जौन ऊको फल लाए, दओ जै है।
आठ दिना के पाछें ऊके चेले फिन घर के भीतर हते, और थोमा उन के संग्गै हतो, और किवाड़ बन्द हते, तब यीशु आओ और उन के बीच में ठांड़ो होकें कई, तुम हां सान्ति मिले।
तब ऊके लाने एक दिना ठहराओ गओ, और बिलात जनें ऊ की रहबे की जांगा पे आए, ऊ ने परमेसुर के राज्य के बारे में सोचत भए, गवाही देके उनहां समझाओ, और भुनसारे से संजा लौ मूसा की रीति और आगमवक्तन की पोथियन से यीशु के बारे में उनहां समझाबे की कोसिस करत रहो।