फिन का याजक, का लेवीय, का आम लोग, हम सबई ने ई बात हों ठैराबे के लाने चिठियां डालीं, कि अपने पुरखन के घराने के अनसार हर साल ठैराए गए समयों पै लकड़िया की भेंट ब्यवस्था में लिखी भई बात के अनसार हम अपने यहोवा परमेसुर की बेदी पै जलाबे के लाने अपने यहोवा परमेसुर के भवन में लाओ करहें।
परजा के हाकम तौ यरूशलेम में रैत हते, और बाकी जनों ने जौ ठैराबे के लाने चिठियां डालीं, कि दस में सें एक मान्स यरूशलेम में, जो पवित्तर नगर आय, बस जाबें; और नौ मान्सन दूसरे नगरों में बसेें।
तब मल्लाहों ने आपस में कई, “आओ, हम चिठिया डालकें जान लेबें कि जा बिपदा हम पै कौन बात सें पड़ी आय।” तब उनोंरन ने चिठिया डारी और चिठिया योना के नाओं पै कड़ी।