18 (ऊ ने पाप की कमाई से एक खेत मोल लओ; और मूड़ के बल गिरो, और ऊकौ पेट फट गओ, और ऊ की सबरी आंतें बायरें कड़ आईं।
ऊने एक हां पांच रुपईया, दूसरे हां दो, और तीसरे हां एक; यानि हर एक हां ऊकी हैसियत के जैसो दओ, और तब परदेस हां चलो गओ।