कुरनेलियुस ने कओ; ऐई घड़ी पूरे चार दिना भए, मैं अपने घर में तीसरे पहर बिन्तवाई कर रओ हतो; तो तको, एक मान्स चमकीलो उन्ना पैरें भए, मोरे आंगू आ ठांड़ो भओ।
पर एक बात तो आय कि तोरे इते सरदीस में कछु ऐसे जनें आंय, जिन ने अपने उन्ना असुद्ध नईं करे, बे सब मोरे संग्गै उजरे उन्ना पैर के घूम हैं कायसे बे लायक आंय।
मैंने उन से कई; हे मालक, तुम तो जानत आव: ऊ ने मोसे कई; कि जे बे आंय, जो ऊ बड़े दुख उठा के निकले आंय; और इन ने अपने उन्ना मेमने के रकत से धोके उजरे करे आंय।