1 हे थियुफिलुस, मैंने पैली पोथी उन सबरी बातन के बारे में लिखी, जो यीशु ने शुरू से करो और करत और सिखात रओ।
कि अंधरे हेरत आंय और लंगड़े निगत आंय; कोढ़ी शुद्ध करे जात आंय और बहिरे सुनत आंय, मुरदा जिलाए जात आंय; और कंगालन हां भलो सन्देसो सुनाओ जात आय।
इन दिनों के पाछें ऊ की घरवाली इलीशिबा गरभवती भई; और पांच मईना लौ अपने आप हां जौ कै कें छिपाए धरो।
ई लाने हे बड़े जसवाले थियुफिलुस, मोय भी सई लगो, कि उन सबरी बातन कौ सबरो हाल, शुरू से एन जांच पड़ताल कर के उन हां तोरे लाने एक के पाछें एक लिखों।
चाकर ने फिन कओ; हे मालक, जैसो तेंने कओ हतो, ऊंसई करो गाओ आय; पर फिन भी जांगा आय।
यीशु ने उन से पूंछो; कौन सीं बातें? उन ने यीशु से कओ; यीशु नासरी के बारे में जो परमेसुर और सबरे मान्सन के लेखे में काम और बचन में सामर्थी आगमवकता हतो।
जब यीशु अपनी सेवकाई करन लगो, तो ऊ लगभग तीस बरस कौ हतो और (जैसो समजो जात आय) बो यूसुफ कौ पूत हतो; और बो एली कौ।
हे इस्राएलियो, जे बातें सुनो: कि यीशु नासरी नाओं को एक मान्स हतो बो परमेसुर कोद से आओ हतो जा बात ऊके द्वारा करे गए सामर्थ के काम, आश्चर्य कर्म और चिन्हों से साबित आय, जौन परमेसुर ने तुमाए बीच ऊके द्वारा करे, जीहां तुम जानत आव।