3 जब भईयन ने इते आके बताओ, कि तें सत्त पे चलत आय, तो मोहां भलो लगो।
और उनई दिना में पतरस भईयन के संग्गै जौन एक सौ बीस के लगभग इकट्ठे जुड़े हते, ठांड़ो होकें कैन लगो।
बुरए काम से खुस नईं होत, परन्त संचाई से खुस होत आय।
ईसे जां तक मौका मिलै हम सबरन के संग्गै भलो करें, मानके भईयन के संग्गै।
और तुमाए काजें बिन्तवारी करत आंव, तो मन से करत आंव।
मैं अकेले नईं, पर सबरे जनें जौन इन सांची बातन हां मानत आंय बे सोई प्रेम धर हैं।
मोहां बिलात साजो लगो, कि तुमाए लड़कावारे उन अग्यां हां, जौन पिता परमेसुर से मिली आय उन हां सांचे मन से मानत आंय।
जब मैं आहों, तो ऊके कामन की याद दिला हों, और बता हों कि तें हम हां काए बुरओ कैत है; और इतईं नईं दूसरे भईयन हां बिरादरी में लैबे से मना करत आय; और दूसरन हां लैबे से हटकत आय, और बिरादरी से निकाल सोई देत आय।
प्यारे भईया, मोरी जा बिन्तवारी आय; जैसे तें हिये की बातन में बढ़ रओ आय, ऊं सई सबरी बातन में बढ़े, और भलो चंगौ बनो रैबे।
मोहां ईसे बढ़के कोऊ भलो नईं लगत, कि मोरे लड़कावारे सत्त पे चलत आंय।
प्यारे भईया, तें परदेसी भईयन से अच्छे बिसवासी घांई सम्बन्ध धरें आय।