भईया हरौ, पिरभू के प्यारो हम हां चईये कि हम विशेषकर तुमाए लाने पिरभू को धन्न मानें, कि परमेसुर ने तुम हां पेंला से नबेरो; कि आत्मा से पवित्तर करके, और जौन सांची बातें तुम हां बताई गईं उनसे तुमाओ तरन तारन होबै।
हे मोरे भईया हरौ, सब से साजी बात जा आय कि कौल न करियो; न सरग की, न संसार की, न कोऊ और बस्त की, पर तुमाई बात चीत हां की हां, और नईं की नईं होबै, जीसे तुम हां दण्ड न मिले।
कि मैं तोरो दुख और तोरी गरीबी हां जानत आंव; (परन्त तें धनी आय); और जौन अपने हां यहूदी कैत आंय पर हैं नईंयां, और शैतान छलिया की बातन में लगे आंय, मोहां जौ सब पता आय।