जो रोज के लाने खाबे हों तईयार करो जात हतो ऊ एक बैल, छै साजी साजी गाड़र या छिरियां हतीं, और मोरे लाने चिड़ियां सोई तईयार करी जात हतीं; दस दस दिना बाद तरहां तरहां की मुतकी दाखमधु सोई तईयार करी जात हती; फिन भी मैंने अधिपति के हक्क कौ भोजन नईं लओ, कायसे काम कौ बोझ परजा पै जादां हतो।
जब तुमाए संग्गै हतो, और मोहां घटी भई, तो मैंने कोनऊ पै बोझो नईं डालो, कायसे मकिदुनिया वारे भईयन ने आके, मोरी कभी घटी पूरी कर दई: और मैंने कोई बात मैं अपनो बुझवा तुम पै नईं डालो, और कभऊं न डाल हों।