हे कपटी शास्त्रियो, और फरीसियो, तुम पे श्राप; तुम पौदीना, सौंफ और जीरे कौ दसवों हिस्सा तो देव आव, पर रीतियन की गूढ़ बातन यानि न्याव, और दया, और भरोसा हां छोड़ दओ आय; तुम इन बातन हां करत भए, दूसरी बातन को भी मानत रैते।
पर यहूदी जलन से भर गए और उन ने बाजार से कछु दुष्टन हां अपने संग्गै कर लओ, और भीड़ जोड़ के नगर में हुल्लड़ मचाओ, और यासोन के घर पे चढ़ाई करके उनहां लोगन के आंगू लाबो चाहो।