सो हे भईया हरौ, मैं तुम से बिन्तवाई करत आंव, कि जौन मान्स ऊ सीख के बिरुद्ध जौन तुम ने सीखी आय, फूट डालबे और ठोकर खिलाबे के काजें कछु करें, उन हां ताड़ लए करे; और उन से दूर रओ।
मोरो कैबो जौ आय; कि जदि कोऊ बिसवासी कहाबे, और परतिरिया संगतवारो, लालची, मूरतन की पूजा करबेवारो, गाली देबेवारो, दारू पीबेवारो, या अंधेर करबेवारो होबै, तो ऊ की संगत न करियो; इते लौ कि ऐसे मान्स के संग्गै रोटी सोई न जेईयो।
अपने गुरु जनों की मानो बे तुमाए जीवन हां तकें रैत आंय; कायसे बे परमेसुर हां तुमाए लाने लेखो दै हैं, बे जो काज खुसी से करें, बोझो न समझें, कायसे ऐसी सेवा से तुम हां कोई फायदा न हुईये।