4 जौन बिरोध करत आंय, उन हां जौन परमेसुर के मानबेवारे आंय, और अपने आप हां बड़ो कैत आंय, इते लौ कि बो परमेसुर के मन्दर में बैठ के अपने आप हां परमेसुर कैत आय।
कायसे जब मैं घूमत फिरत तुमाए पूजबे की चीजन को हेर रओ हतो, तो मोहां एक वेदी मिली, जीपे लिखो हतो, “अनजाने ईश्वर के लाने”। ई लाने जीहां तुम बिना जाने पूजत आव, ओई कौ सन्देसो मैं तुम हां सुनात आंव।