9 पिरभु अपने कौल के विषय में अबेर नईं करत, जैसो कि कितेक जनें समजत आंय; बो नईं चाहत कि कौनऊं मान्स नास होबे; परन्त जौ कि सबई हां हिया बदलबे कौ मौका मिले।
और ई बेरा हां पैचान के ऐंसोई करो, ई लाने कि अब तुमाए लाने सोत से जाग जाबे की बेरा आ पोंची आय, कायसे जौन बेरा हम ने बिसवास करो हतो, ऊ बेरा के हिसाब से अब हमाओ उद्धार एकदम ऐंगर आय।
जिन ने ऊ बीती बेरा में हुकम न मानो जब परमेसुर नूह के दिना में धीरज धर ठैरो रओ, और जहाज बन रओ हतो, जीमें बैठ के तनक जने, जाने कि आठ प्रानी पानू से बच गए।
उन के द्वारा ऊ ने हम हां अनमोल और बिलात बड़ी कौलें दई आंय; कि तुम इन के द्वारा ऊ आचरण से छूट जाओ, जौन संसार में बुरई मनसाओं से होत आय और तब परमेसुर के स्वाभाव के संगी साथी हो जाओ।