10 परन्त पिरभु कौ दिन भड़या घांई आ जै है, ऊ दिन आकास बड़ी हड़बड़ाहट की गरजन से जात रै है, सबरी चीजें बिलात तांती होकें पिघल जै हैं, धरती और ऊ पे के काम जल जें हैं।
परमेसुर के ऊ दिना की बाट तक के ऊके झट्टईं आबे के लाने कैसी कोसिस करो चईये? ऊ दिना आकास आगी से जल के नास हो जै है, और चीजें बस्तें बिलात तांती होकें पिघल जें हैं।
चेतो और ध्यान धरो कि तुम ने कौन सी बातें सीखी हतीं, और उन में पक्के बने रओ, और अपने पापन हां छोड़ो: अगर तें न चेतो, तो जैसो भड़या बिना कहे आत आय ऊंसई मैं आ जै हों।