5 परमेसुर ने पेंला जुग के संसार हां सोई न छोड़ो, परन्त पाप भरे संसार पे महा जलप्रलय पठै के सांचई के परचारक नूह के संग्गै सात और जनन हां बरका लओ।
सुन मैं खुद पृथ्वी पै जल-प्रलय करके सबरे प्राणियों हों, जिनमें जीवन की सांस आय, आकास के तरें सें नास करबे पै आंव; और सबरे जो पृथ्वी पै आंय मर जैहें।
नूह की बंसावली कौ बिवरण जौ आय। नूह धरमी मान्स और अपनी बेरा के मान्सन में खरो हतो; और नूह यहोवा परमेसुर ही के संगै-संगै चलत रओ।
बिसवास धर के नूह ने जौन बात ऊ बेरा न दिखात हती, जब कहो गओ तो साजे मन से अपने घर के लोगन हां बचाबे हां एक बड़ी नाव बनाई, और संसार के दूसरे जनों पै न्याय आ गओ और बे डूब मरे; और नूह हां अपने बिसवास से आसीस मिली।
ऐई से ऊ जुग कौ संसार पानू में डूब के नास हो गओ।