अपने अधरम कौ फल उनईं हां मिल है, उन हां दिन दुपारी सुख विलास करबो साजो लगत आय; बे कलंक और दागी आंय, जब बे तुमाए संग्गै खात पियत आंय, तब अपनी कुदाऊं से प्रेम भोज करके भोग विलास करत आंय।
पर मोय तोसे कछु बातें कहने आय, कायसे तोरे इते कछु तो ऐसे आंय, जो बिलाम की शिक्षा को मानत आंय, जीने बालाक हां इस्राएली लोगन के सामूं ठोकर कौ कारन रखबो सिखाओ, कि मूरतन हां चढ़ाओ भओ भोजन खाबें, और व्यभिचार करें।