15 ई लाने मैं ऐसो जतन कर हों, कि मोरे सिधार जाबे के पाछें तुम इन बातन हां सदा सुमरन कर सको।
जब तें अपने मु ई के संग्गै हाकम के ऐंगर जा रओ आय, तो गैल में ऊसे छूटबे कौ जतन कर, ऐसो न हो, कि बो तोहां न्यायधीश के सामूं ले जाबे, और न्यायधीश तोहां सिपाई हां सौंपे और सिपाई तोहां जेहल में डाले।
जे मईमा संग्गै दिखाई दए; और ऊके मरबे की बातें कर रए हते, जौन यरूशलेम में होबेवारो हतो।
तुम हां ध्यान आय कि जब मैं तुमाए बीच हतो तो तुम से ऐसई बातें कैत हतो।
जौन बातें तेंने बिलात जनन के सामूं मोय से सुनी आंय, उन हां दूसरे बिसवास करबेवारन हां सुना दे; जौन औरन हां बेई बातें सिखाबें।
बिसवास करके हाबिल ने कैन से बढ़िया बलदान परमेसुर हां चढ़ाओ; और ओई से ऊ धरमी कहाओ, ऐई से ऊके बिसवास की चरचा अबै लौ होत आय।
तुम जे बातें जानत आव, और जौन सांचो बचन तुम हां मिलो आय, ऊ में बने रैत आव, फिन भी मैं तुम हां उन बातन की सुध दिलाबे हां सदा तईयार रै हों।