जब रिबका हों ऊके पहलौठे मोंड़ा एसाव की जे बातें बताई गईं, तब ऊने अपने लौरे मोंड़ा याकूब हों बुलाकें कई, “सुन, तोरो भईया एसाव तोहों मार डालबे के लाने अपनो मन बना रओ आय।
जैसे उन ने तुम हां अपनाओ, और जिन में तुम बने आव; सो अब कोई हां तुम हां और नईं चिताने, कायसे बे तो आपऊ तुम हां सबरी बातें बतात आंय; कोऊ सांचो आय लबरा नईंयां, सो जौन बातें उन ने बताई उन हां मानो।