17 और बे हमाए समझाबे में आ गए और बड़े हुलास से बो तुमाए बीच गए आएं।
मैंने तीतुस हां समझा बुझा के और ऊके संग्गै ऊ भईया हां पठैव, तो का तीतुस ने कछु बेईमानी से तुम से कछु ले लओ? का हम एकई आत्मा से नईं चलें? का एकई गैल पै नईं चलें?
ई बात में मोरी जा मंसा आय, कायसे ऐसो तुमाए काजें नोंनो आय; जौन तुम ने एक बरस लौ ई काज करबे में, अकेले ई बात के चाहबे में आगे रहे।
ईसे हम ने तीतुस हां समझाओ, कि जैसो ऊ ने पेंला करो, ऊं सई तुमाए बीच ई दान को काम सोई पूरो कर डालें।
मैं ऊ अग्यां तो नईं करत, अकेले दूसरन की खुसी से तुमाओ प्रेम सांचो आय जौ परखबे को कैत आंव।
भईया हरौ, मैं तुम से बिन्तवाई करत आंव, कि जौन बातें मैंने तुम हां लिखी आंय उन पै ध्यान धरियो।