इतनो नईं, मण्डली ने सोई सोचो कि दान के काम में बो हमाए संग्गै जाबे, सो हम जा सेवा ईसे करत आंय, कि पिरभू को मान बढ़े और हमाए मन को राजी होबो पता हो जाबे।
कायसे मैं तुमाए मन की तईयारी हां जानत आंव, जीसे मैंने मकिदुनिया वारन के सामूं बड़बारी करी, कि अखया के मान्स एक साल से राजी भए, तुमाए हुलास ने बिलात जन हां उसकेरो आय।