तौभी मैं तुम से सांची सांची कहत आंव, कि मोरो जाबो तुमाए लाने साजो आय, कायसे जदि मैं नईं जा हों, तो ऊ सहायक तुमाए ऐंगर न आहै, पर जदि मैं जा हों, तो ऊहां तुमाए ऐंगर पठै दें हों।
कायसे मैं तुमाए मन की तईयारी हां जानत आंव, जीसे मैंने मकिदुनिया वारन के सामूं बड़बारी करी, कि अखया के मान्स एक साल से राजी भए, तुमाए हुलास ने बिलात जन हां उसकेरो आय।