ऐई से मैं जे दुख उठा रओ आंव, और लजात नईंयां, कायसे मैंने जिन पै बिसवास धरो आय उन हां जानत आंव; और मोहां पक्को आय, कि जौन जीवन मैंने उन हां दे दओ आय ऊहां साजो धरे रै हैं।
प्यारे भईया हरौ, अबै तो हम परमेसुर के लड़का बिटिया कहात आंय, और अबै जौ पता नईंयां, कि हम और का हुईयें! इतनो पता आय, कि जब बे फिन के आहें तो हम सोई उन घांई हो जै हैं, और उन हां उनके सांचे रूप में तक हैं।