परन्त मैं जो कछु आंव, परमेसुर की दया से आंव: और उनकी जौन दया मो पे भई आय, बा अकारथ नईं गई; परन्त मैंने उन सबरन से बढ़के मैनत सोई करी: जानो कि जौ मोरी कुदाऊं से नईं भओ परन्त परमेसुर की दया से जौन मो पे हती।
परमेसुर की ऊ किरपा से, जौन मो पे भई, मैंने एक साजे कारीगर घांई नीं डाली आय, और दूसरो जनो चुनाई करत आय; परन्त हर एक मान्स हुंसयार रैबै, कि बो ऊ पे कैसी चुनाई करत आय।
और उन ने मोसे कई, मोरी दया तोपे बिलात आय; कायसे मोरी बल कमजोरी में दिखात आय; ईसे मैं बड़े मजे से अपनी कमजोरियन पे बड़वाई कर हों, कि मसीह को जोर मोरे ऊ परै छाओ रए।