जा बात मैंने तुम हां ईसें लिखी, कि ऐसो न होबे, मैं जब आओं तो जिन से मोरो जी ठण्डो होबो चईये, उनई से मोरो जी टूटे; कायसे मैं जौ जानत आंव, कि जौन बात से मोरो जी ठण्डो होत, ओई तुमाओ सब कौ हाल आय।
बड़े पिराने में, और मन की चोट से, मैंने अंसुआ डाल डाल के तुम हां लिखो आय, ईसे नईं कि तुमाओ मन टूटे, अकेले जौ कि तुम ऊ बड़े प्रेम हां जानो, जौन मोहां तुम पे आय।