12 एक दूसरे हां पवित्तर चूमा देके नमस्कार करो।
और जदि तुम अपने भईयन हां परनाम करत आव, तो कोऊ बड़ो काम नईं करत आव? का गैर जात भी ऐसई नईं करत?
आपस में पवित्तर चूमा से नमस्कार करो: तुम हां मसीह की सबरी मण्डलियन कुदाऊं से नमस्कार।
सबरे भईयन कौ तुम हां नमस्कार: पवित्तर चूमा से एक दूजे हां नमस्कार करो।
सबरे भईयन हां चूमा देके नमस्कार कहियो।
एक दूजे हां चूम के प्रेम से नमस्कार कओ। तुम सबरन हां जौन मसीह में आव सान्ति मिले।