8 ई बातन के लाने मैंने पिरभू से तीन बेर बिन्तवारी करी, कि जौ मोसे दूर हो जाबै।
तीन बेर ऐंसई भओ; तब सब कछु फिन आकास में उठा लओ गओ।
ई भांत आत्मा सोई हमाई कमजोरी में सहायता करत आय, कायसे हम नईं जानत, कि बिन्तवाई कौन रीत से करो चईये; परन्त आत्मा खुद बड़ी पीड़ा से भर के जौन लेखी नईं जा सकत, हमाए लाने बिन्तवाई करत आय।
ऊ ने अपने जीयत गुहार लगा के और अंसुआ बहात कई, कि मोहां आबेवारी मौत से बचा लेओ, और उनकी जैसी लगन से बे बच गए।