मैं मूरख तो बनो, अकेले तुम ने मोसे जौ जबरई करवाओ: तुम हां तो मोरी बड़वाई करो चईये, कायसे मानो में कछु नईंयां, अकेले उन सब बड़े बड़े प्रेरितन से कोई बात में घट नईंयां।
और ऐसो न होबे कि जौन जोत मैंने पाई बिलात होबे से मैं फूल जाओं, मोरी देह में एक कांटा लगाओ गओ, कि शैतान छलिया को एक दूत मोहां घूंसा मारै कि मैं फूल न जाओं।