और ईके पाछें हम जौन जियत हुईयें और संसार में बचे रै हैं, उनके संग्गै बादरन पै उठा लय जै हैं, कि हवा में पिरभू से जुड़े, और फिन हम पिरभू के संग्गै रै हैं।
जीके कान होबें, बे सुन लेबें कि आत्मा मण्डलियन से का कैत आय: कि जो जय पाबै, मैं ऊहां जीवन दैबेवारे पेड़ में से जो परमेसुर के सरगलोक में लगो आय, ऊके फल खैबे हां दै हों।