तुम एक दूजे से न्यारे होकें न रओ; परन्त कछु बेरा लौ आपस की राजी खुसी से कि बिन्तवाई के लाने कछु टैम मिले, और फिन एक संग्गै रओ, ऐसो न होबै, कि तुमाए न्यारे होकें रैबे से शैतान छलिया तुम हां परखे।
पथरा मारे गए; आरी से चीर के दो टूंका काटे गए; और उन हां जांचो गओ; तलवार से काटे गए; जौन लौ कछु न रहो, और पिराते में, और बुकरियन और गाड़रन की खलड़िया ओढ़े सबरे हार मारे फिरे।