मैं यहूदी आंव, जौन किलकिया के तरसुस में जन्मो; पर ई नगर में मोरो पलबो पुसबो भओ और गमलिएल के चरनन मैं बैठ के पुरखन की रीतियन के अनसार कड़ाई से सीखो, और परमेसुर के लाने उमंग से भरो भओ हतो, जैसे आज तुम सब आव।
उन दिना में जब चेलन की गिनती कुल्ल बढ़न लगी, तब यूनानी भाषा बोलबेवारे इब्रानी भाषा बोलबेवारन पे कुड़कुड़ऊन लगे, कि रोज रोज की सेवकाई में हमाई बिधवाओं की सुधि नईं लई जात।