जैसे मैं जब दूसरी बेर तुमाए संग्गै हतो, मानो दूर रैत भए उन से जिन ने पेंला पाप करो, और दूसरे लोगन से अब पेंला से कय देत आंव, कि मैं फिन आहों, तो अब न छोड़ हों।
जब मैं आहों, तो ऊके कामन की याद दिला हों, और बता हों कि तें हम हां काए बुरओ कैत है; और इतईं नईं दूसरे भईयन हां बिरादरी में लैबे से मना करत आय; और दूसरन हां लैबे से हटकत आय, और बिरादरी से निकाल सोई देत आय।