और न अपने अंगों को अधरम कौ हथियार होबे को सौंपो, पर अपने आप हां मरे भयन में से जी उठो भओ जान के परमेसुर हां सौंपो, और अंगों को धरम के हथियार होबे के लाने परमेसुर हां सौंपो।
तब मान्सन ने जयजयकार करो, और याजक नरसिंगे फूंकत रए। जब मान्सन ने नरसिंगे की आवाज सुनी तौ फिन बड़ी चिल्याहट सें उनोंरन ने जयजयकार करो, तब सहरपनाह नीं सें गिर पड़ी, और मान्स अपने अपने सामूं सें ऊ नगर में चढ़ गए, और नगर हों लै लओ।